New Zealand, COVID-19
से मुक्त,
भारत कहाँ ठहरता है, New
Zealand के सामने
New Zealand free
from COVID-19, Where is India in front of New Zealand
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8 जून को New Zealand ने खुद को कोरोना (COVID-19) मुक्त घोषित कर दिया। यहाँ कुल 1154 केस दर्ज किए गए
और केवल 22 व्यक्ति की ही मृत्यु हुई। पिछले 17 दिनों से वहाँ कोई भी नया कोरोना पॉज़िटिव
नहीं मिला है।
New Zealand में भी 75 दिनों का restrictions था, जिसमेँ 7 हफ़्तों का कठोर lock down भी शामिल रहा। इस lock
down से आर्थिक गतिविधिया ठप्प पढ़ी थी,
अब वे लोग Economic Recovery की और बढ़ रहे है।
अब वहाँ social distancing के पालन से छूट दी जा रही है। Public Events पर रोक
को वापस ले लिया गया है। Public
Transport को भी शुरू किया गया है,
लेकिन अब भी Border Control जारी है।
कोई नये कोरोना के मामले नहीं
आने पर ऐसा नहीं है की वहाँ की सरकार ने पूरी ढील दे दी है 15 जून तक वहाँ हर COVID-19 के संदिग्धों पर नज़र राखी जायेगी । COVID-19 के test और isolation
करने की प्रक्रिया जारी रहेगी । वहाँ
भी COVID-19 के संभावित मरीजो की निगरानी करने के लिए भारत की तरह
आरोग्य सेतु एप है और इससे ज्यादा powerful
भी है।
केवल New Zealand ही ऐसा देश नहीं है जिसने COVID-19 से विजय
प्राप्त की है, अभी तक 8 देशो ने यह सफलता हासिल की है,
जिसमें Montenegro, Eritrea,
Papua New Guinea, Seychelles, Fiji, East Timor जैसे छोटे देश शामिल है।
अब प्रश्न यह उठता है कि जहां
New Zealand ने COVID-19
जैसे महामारी को सफलतापूर्वक कैसे
नियंत्रित कर लिया जबकि भारत में लगातार स्थिति खराब होते जा रही है। lock down और कई तरह की restriction
लगाने के बाद भी क्यों भारत में लगातार
इतने COVID-19 के केस बढ़ते जा रहे है?
इसे समझने के लिए हमें भारत की New
Zealand जैसे देश से तुलना करके देखनी होगी।
भारत (India)
|
न्यूज़ीलैंड (New Zealand)
|
|
जनसंख्या
|
135 करोड़
|
49 लाख
|
जन घनत्व (Density)
|
382
|
18
|
GDP प्रति
व्यक्ति (रुपये मेँ )
|
1,63,660
|
28,18,200
|
डॉक्टरो की संख्या प्रति लाख जनसंख्या
|
78
|
303
|
हॉस्पिटल के बेड की संख्या प्रति लाख जनसंख्या
|
9
|
280
|
स्वास्थ्य पर प्रति व्यक्ति ख़र्च
|
1,607
|
2,80,000
|
कुल GDP का खर्च
|
1.28%
|
11%
|
इस चार्ट से ये बात को साफ है कि भारत की तुलना कही से भी New Zealand से नहीं की जा सकती है। स्वास्थ्य सुविधा New Zealand की काफी बेहतर है, क्योकि स्वास्थ्य सुविधा में भारत से काफी ज्यादा New Zealand खर्च करता है, और खर्च इसलिये करता है कि उसके पास खर्च करने के लिए प्रति व्यक्ति ज्यादा पैसा है।
भारत क्यों नहीं GDP का
अधिक प्रतिशत पैसा खर्च कर पता, तो इसके कई कारण है भारत को गरीबी हटाने,
food subsidy, रक्षा जैसे मदो में अधिक खर्च करने पड़ते है।
कोरोना वाइरस respiratory system की बीमारी है जो साँसो से एवं नजदीकी से ज्यादा तेजी से फैलता है।
भारत की जनघनत्व New Zealand से काफी अधिक है, जिससे की तुलना मे भारत में तेजी से फैलने की संभावना
ज्यादा है।
इसी तरह New Zealand के सबसे बड़े शहर Auckland
की बात करे तो वहाँ की कुल आबादी 14
लाख है और जनघनत्व 2400 है, जबकि Auckland
की Mumbai से तुलना करे तो Mumbai
की आबादी लगभग 2 करोड़ है और जनघनत्व
32,303 है।
इन सभी तथ्यो पर गौर करे तो
भारत की तुलना New Zealand से नहीं हो सकती है। भारत की चीन के साथ तुलना हो सकती
है, लेकिन चीन मेँ Media Free
नहीं होने के कारण,
वहाँ से आने वाली सूचना पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। New Zealand की तरह USA की GDP
भी काफी ऊपर है,
इसलिए उससे भी तुलना नहीं कर सकते है।
ब्रिटिश अर्थशास्त्री Thomas Robert Malthus अपने लेख An
essay on the Principal of Population मे
जनसंख्या और संसाधन के संबंध पर कहते है कि जहां जनसंख्या तेजी से (exponentially)
बढ़ती है,
वही भोजन और अन्य संसाधन रेखिक (linear) रहती है, अर्थात जनसंख्या 1, 10,
100.... इस तरह से बढ़ती है, वही भोजन और अन्य संसाधन 1, 2,
3… इस तरह से बढ़ती है।
इसका केवल यह निष्कर्ष निकलता
है कि भारत में इतनी आबादी के लिए संसाधन नहीं है और जब भी कोई इस तरह कि pandemic आएगी तो भारत सबसे ज्यादा संवेदनशील (vulnerable) रहेगा। अगर बढ़ती आबादी वृद्धि
दर पर लागाम नहीं कसी गई, तो हर प्रकृतिक एवं मानव निर्मित आपदा के लिए भारत
और भी संवेदनशील (vulnerable) होता जाएगा।
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