भारत की पहली COVID 19 की वैक्सीन : COVAXIN किस स्टेज में है?
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भारत कोविड-19 (COVID
19) से जीत के रास्ते में एक कदम
और आगे बढ़ चुका है। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) का कोविड-19 के लिए vaccine (वैक्सीन / टीका) की human trail (ह्यूमन ट्रायल) की अनुमति ड्रग कंट्रोलर
जनरल ऑफ इंडिया (CDSCO) से प्राप्त हो चुकी
है। इससे पहले कि जितने भी ट्रायल (pre clinical trial) होनी थी वह सभी सफलतापूर्वक कर लिए गए
हैं।
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक, ICMR और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी (National Institute
of Virology), पुणे के साथ मिलकर पहला COVID 19 का स्वदेशी वैक्सीन (vaccine) बनाने जा रही है।
इसके प्री क्लिनिकल ट्रायल यह दिखाते हैं यह vaccine सुरक्षित और प्रभावी है। मनुष्य पर
ट्रायल जुलाई 2020 से शुरू हो जाएगी। अगर human trail सफल होता है तो जल्द से
जल्द यह वैक्सीन हमलोगो के उपयोग के लिए उपलब्ध
रहेगी।
भारत बायोटेक ने इससे पहले पोलियो, रोटावायरस, जापानी इंसेफेलाइटिस और चिकनगुनिया की वैक्सीन बना चुकी है, और यह भारत एवं अन्य देशों में प्रयोग में लाई जाती है।
जहां कई सारी मैडिसिन शोध संस्थाएं (Research Institute) कोरोनावायरस की दवा की खोज में लगी हुई
है, वही कई शोध संस्थाए इसकी प्रभावी वैक्सीन की खोज में लगी है। कई मैडिसिन ट्राइल स्टेज से आगे बढ़ चुकी है और
कई दवाओं को कोविड-19 से लड़ने के प्रति प्रभावी (effective) पाया गया है।
साधारण शब्दों में बात करे
तो, मेडिसिन और वैक्सीन (vaccine) में अंतर यह है कि वैक्सीन जहां बीमारी को होने से रोकती
है, वही मेडिसिन बीमारी को ठीक कर, मनुष्य को पुनः स्वस्थ्य बनाती है। वैक्सीन शरीर को बैक्टीरिया या वायरस से लड़ने
में सक्षम बनाती है, वही मेडिसिन बैक्टीरिया या वाइरस से लड़
कर उसे खत्म कर देती है।
अगर वैक्सीन के इतिहास की बात की जाय तो इसका इतिहास काफी पुराना
नहीं है। सबसे पहला वैक्सीन 1800 ईस्वी के आसपास
एडवर्ड जेनर ने बनाया था और वह Small pox (स्माल पॉक्स / चेचक) के लिए था। उसके बाद से काफी
सारी बीमारियों के vaccine आ चुके हैं इन vaccine से ही मृत्यु दर काफी घटी है तथा हमारी जीवन प्रत्याशा (life expectancy) काफी बढ़ चुकी है।
प्रश्न यह है कि मेडिसिन एवं वैक्सीन (vaccine) में कौन सबसे कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने में सबसे ज्यादा प्रभावी हो सकती है।
अगर किसी एक क्षेत्र के सभी लोगों को vaccinate (टीका लगाना) कर दिया जाए तो कोविड-19 जैसी महामारी उस क्षेत्र में किसी को संक्रमित
नहीं कर सकती है, जबकि दवा (मेडिसिन) महामारी को फैलने से रोकती नहीं है बल्कि मेडिसिन बीमार शरीर को ठीक करती है। किसी भी महामारी को रोकने में
वैक्सीन से ज्यादा असरदायक और कोई नहीं है, क्योंकि कोविड-19 महामारी जैसे किसी भी महामारी से एक बीमार आदमी को मैडिसिन से ठीक करते हैं फिर
दूसरा नया व्यक्ति रोगग्रस्त हो जाता है, और यह सिलसिला चलता रहता है। जबकि
वैक्सीन इस सिलसिले को तोड़ता है, ब्रेक लगाता है। जितनी जल्दी वैक्सीन आ जाएगी उतना जल्दी से जल्दी
हम लोग इस महामारी से बच पाएंगे।
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